लाहौल-स्पीति के राजसी परिदृश्य में हिम तेंदुए की मायावी सुंदरता को कैद करना
हिमालय की गोद में बसा, हिमाचल प्रदेश में लाहौल-स्पीति प्रकृति की भव्यता का प्रमाण है। ऊबड़-खाबड़ इलाकों और प्राचीन परिदृश्यों के बीच, हाल ही में एक अनोखा अभियान शुरू हुआ – एक यात्रा जो रहस्यमय हिम तेंदुए को लेंस के माध्यम से पकड़ने के लिए समर्पित है। इस एक्सपीडिशन के आयोजकों श्री नरेश ठाकुर और श्री के के राजपूत जो की खुद भी एक प्रकृति और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स हैं का कहना है की इस अभियान ने भारत के सबसे लुभावने क्षेत्रों में से एक में मायावी “हिमालय के भूत” के रहस्यों को उजागर करने की भरपूर कोशिश कर रहें हैं।
अभियान का आयोजन
अभियान की सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई है, जिसमें उत्साही वन्यजीव फोटोग्राफरों, अनुभवी मार्गदर्शकों और संरक्षण उत्साही लोगों को एक साथ लाया जा रहा है। लाहौल-स्पीति, अपने उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों के साथ, हिम तेंदुओं की एक महत्वपूर्ण आबादी के लिए जाना जाता है। हालाँकि, जंगल में इन मायावी प्राणियों को पहचानना एक चुनौती है। अभियान का प्राथमिक उद्देश्य राजसी हिम तेंदुओं का उनके प्राकृतिक आवास में दस्तावेजीकरण और तस्वीरें खींचना है।
ये अभियान 09 फरवरी 2024 को आयोजित किया जायेगा जो की लगभग 08 – 09 तक चलेगा। ये फोटोग्राफी एक्सपीडिशन हर साल जनवरी से मार्च तक आयोजित किया जाता है। इसमें पुरे भारत से कोई भी प्रवेश पा सकता है जो की स्नो लेपर्ड को अपने कैमरे में कैद करने की इच्छा रखता हो। ये अभियान बहुत ही साहसिक और रोमांचपूर्वक है लेकिन काफी चुनौतीपूर्ण भी है।
चुनौतियाँ और विजय
इन राजसी बिल्लियों की मायावी और एकान्त प्रकृति के कारण स्नो लेपर्ड के क्षणों को कैद करना एक कठिन काम साबित हो सकता है। हालाँकि, धैर्य और दृढ़ संकल्प से हिम तेंदुओं के प्राकृतिक व्यवहार का सम्मान करते हुए इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है। उनके शर्मीले और मायावी व्यवहार को अपनाते हुए, फोटोग्राफर्स मायावी बिल्ली की मंत्रमुग्ध कर देने वाली छवियों को सफलतापूर्वक कैद कर सकते हैं। हिम तेंदुओं के साथ आप आईबेक्स, माउंटेन गोट और रेड फॉक्स को भी अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं इस दौरान ये भी निचले क्षेत्रों की ओर आना शुरू कर देते हैं।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में स्नो लेपर्ड फोटोग्राफी अभियान, प्रकृति और मानव दृढ़ संकल्प दोनों के लचीलेपन के प्रमाण के रूप में खड़ा है। लेंस से परे, यह एक यात्रा है जो संरक्षण और टिकाऊ प्रथाओं की आवश्यकता को रेखांकित करती है। जैसे ही इस अभियान के दौरान खींची गई तस्वीरें वन्यजीव प्रेमियों के दिलों में जगह बनाती हैं, वे एक नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र और हिमालय के राजसी भूत की कहानी बताती हैंऔर इन प्राचीन परिदृश्यों के संरक्षक बनने का आग्रह करती हैं। अभियान का उद्देश्य इन मायावी हिम तेंदुओं का दस्तावेजीकरण करना, सामूहिक चेतना पर एक अमिट छाप छोड़ना और जंगल को अपना घर मानने वाले प्राणियों के प्रति गहरी सराहना की प्रेरणा दिलाना ही मकसद है। अधिक जानकारी के लिए आप दिए गए मोबाइल नंबर्स और सोशल मीडिया लिंक्स पर सम्पर्क कर सकते हैं।
नरेश ठाकुर – +91- 98160 – 50779 (Natureography)
Instagram Link – naresh_lens_pictures, Natureography (FB Page)
के के राजपूत – +91 – 94592 – 53917 (Himalayan Wings)
Instagram Link – k_k_rajput and @himalayanwings