तुर्की और सीरिया में भूकंप के आंकड़ों के अनुसार, अब तक 15 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है वहीं घायलों की संख्या 80 हजार के करीब है और अभी बड़ी संख्या में लोग मलबे के नीचे फंसे हुए हैं। इस बीच, तुर्कि के अलग-अलग शहरों में बार-बार भूकंप के झटके भी महसूस किए जा रहे हैं जिनकी तीव्रता 4.4 से 4.5 के बीच रही।
इसी बिच भारत ने तुर्कि में भूकंप प्रभावित लोगों की मदद के लिए ‘ऑपरेशन दोस्त’ चलाया है। भारत ने तुर्कि के लोगों की मदद तेज कर दी है। सेना, एयरफोर्स एनडीआरएफ और डॉक्टर्स की टीम तुर्कि भेज दी गई हैं। बड़े पैमाने पर राहत सामग्री भी भेजी गई है।
तुर्की के राष्ट्रपति स्वीकार किया की दुनिया के अन्य देशों से मदद भी मिल रही है। तुर्कि सरकार के अनुसार, बारिश और ठंड के मौसम के चलते राहत कार्य प्रभावित हुए हैं, लेकिन फिर भी बचाव कार्यों में तेजी लाई गई है। लोगों के पास न रात बिताने के लिए छत है न खाने को खाना लोग भूख से तड़प रहे हैं। लोग अपनों की तलाश में हाथों से मलबा हटा रहे हैं। तुर्की और सीरिया दोनों ही जगह इस समय जमकर ठंड पड़ रही है। सर्दी की वजह से यह उम्मीद भी खत्म होती जा रही है कि मलबे में कोई जिंदा बचा होगा या नहीं।